(१) वृदावनलाल वर्मा का विस्तृत परिचय दीजिए ।
(२) वृदावनलाल वर्मा का जीवन और कवन आलेखित करें ।
(३) वृदावनलाल वर्मा का जीवन एवम् कवन चित्रित कीजिए ।
(४) वृन्दावनलाल वर्मा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालिए ।
(५) वृदावनलाल वर्मा का साहित्यिक परिचय दीजिए ।
(६) वृदावनलाल वर्मा का एक साहित्यकार के रूप में परिचय करवाईए ।
(७) वृदावनलाल वर्मा का व्यक्तित्व और सृजन पर सविस्तार प्रकाश डालिए ।
(८) ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक ।
(९) वृन्दावनलाल रचित ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक ।
(१०) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथावस्तु अपने शब्दों में लिखिए ।
(११) वृन्दावनलाल वर्मा का उपन्यास ‘मृगनयनी’ के कथ्य को विस्तार से समझाई ।
(१२) ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक स्पष्ट कीजिए ।
(१३) वृन्दावनलाल वर्मा का संक्षिप्त परिचय देकर ‘मृगनयनी’ का कथावस्तु ।
(१४) ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक स्पष्ट करते हुए उद्देश्य पर चर्चा करें ।
(१५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथानक और शीर्षक सिद्ध कीजिए ।
(१६) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथ्यगत विशेषताएं चित्रित कीजिए ।
(१७) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथ्य तत्व की विशेषता अपने शब्दों में लिखिए ।
(१८) वृन्दावनलाल वर्मा रचित ‘मृगनयनी’ उपन्यास की समीक्षा कीजिए ।
(१९) वृन्दावनलाल वर्मा लिखित ‘मृगनयनी’ उपन्यास का मूल्यांकन करें ।
(२०) वृन्दावनलाल वर्मा रचित ‘मृगनयनी’ उपन्यास की तात्विक विवेचना कीजिए ।
(२१) उपन्यास के तत्वों के आधार पर ‘मृगनयनी’ उपन्यास की समीक्षा ।
(२२) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की तत्वों के आधार पर विवेचन कीजिए ।
(२३) ‘मृगनयनी’ उपन्यास सही अर्थों में उपन्यासिक तत्वों की कसौटी पर खरा उतरता है । - सिद्ध कीजिए ।
(२४) उपन्यास कला की दृष्टि से ‘मृगनयनी’ का मूल्यांकन कीजिए ।
(२५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की समालोचना कीजिए ।
(२६) कला के छ: तत्वों के आधार पर ‘मृगनयनी‘ की चर्चा करें ।
(२७) “उपन्यास कला की दृष्टि से ‘मृगनयनी’ एक सफल उपन्यास है ।” - सिद्ध कीजिए ।
(२८) वृन्दावनलाल वर्मा लिखित ‘मृगनयनी’ ऐतिहासिकता को स्पष्ट कीजिए ।
(२९) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में व्यक्त कल्पना और इतिहास ।
(३०) “‘मृगनयनी’ उपन्यास में इतिहास एवं कल्पना का समन्वय है ।” - अपने विचार व्यक्त कीजिए ।
(३१) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में इतिहास का सजीव चित्रण किया है । - सिद्ध कीजिए ।
(३२) “‘मृगनयनी’ एक ऐतिहासिक उपन्यास है ।” -चर्चा कीजिए ।
(३३) ऐतिहासिक उपन्यासकार के रूप में वृन्दावनलाल वर्मा को ‘मृगनयनी‘ में पूर्ण सफलता मिली है । इस कथन की चर्चा कीजिए ।
(३४) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में मानसिंह तोमर का युग वर्णित किया है । - स्पष्ट किजिए ।
(३५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास तत्कालीन समय का जीवंत दस्तावेज है । इसकी चर्चा कीजिए ।
(३६) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में तत्कालीन भारत की समस्याएं प्रतिबिंबित होती है । - आलेखित कीजिए ।
(३७) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास की केंद्रीय समस्याओं पर प्रकाश डालिए ।
(३८) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में चित्रित समस्याएं ।
(३९) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में वर्णित समस्याओं पर प्रकाश डालिए ।
(४०) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की प्रमुख समस्या पर। चर्चा कीजिए ।
(४१) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में अंकित विभिन्न समस्याओं का चित्रण करें ।
(४२) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के प्रमुख पात्रों का परिचय ।
(४३) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के प्रमुख और गौण पत्रों का चित्रण ।
(४४) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के पत्रों की चारित्रिक विशेषताएं स्पष्ट कीजिए ।
(४५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की नायिका का चरित्र चित्रण कीजिए ।
(४६) ‘मृगनयनी’ का पत्रालेखन कीजिए ।
(४७) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के आधार पर निन्नि की चारित्रिक विशेषताएं ।
(४८) नायिका मृगनयनी का परिचय करवाईए ।
(४९) ‘मृगनयनी’ उपन्यास नायक मानसिंह तोमर का पत्रांकन ।
(५०) मानसिंह तोमर के चरित्र की विशेषताएं ।
(५१) मानसिंह तोमर समन्वय का प्रतीक है । स्पष्ट करें ।
(५२) मानसिंह तोमर की विशेषताएं ।
(५३) मृगनयनी उपन्यास का शीर्षक स्पष्ट किजिए ।
(५४) मृगनयनी उपन्यास का नामकरण ।
(५५) मृगनयनी उपन्यास का नामकरण नायिका के नामकरण के आधार पर है । सिद्ध कीजिए ।
(५६) मृगनयनी उपन्यास के शीर्षक की सार्थकता सिद्ध कीजिए ।
(५७) मृगनयनी उपन्यास का शीर्षक ।
(५८) मृगनयनी उपन्यास काला और कर्त्तव्य का समन्वय है । - प्रकाश डालिए ।
(५९) काला और कर्त्तव्य के समन्वय का जीवंत दस्तावेज मृगनयनी है । - सिद्ध कीजिए ।
(६०) वृन्दावनलाल वर्मा ने मृगनयनी में काला और कर्त्तव्य का समन्वय स्थापित किया है । - स्पष्ट किजिए ।
(६१) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त मनोवैज्ञानिक चित्रण कीजिए ।
(६२) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त मनोवैज्ञानिक ।
(६३) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में अंकित मनोवैज्ञानिकता ।
(६४) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त मनोविश्लेषण की चर्चा करें ।
(६५) अटल का चरित्र चित्रण ।
(६६) लाखी के चरित्र की विशेषताएं ।
(६७) मृगनयनी उपन्यास का प्रमुख उद्देश्य ।
(६८) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त लेखकीय प्रयोजन ।
(६९) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास के हेतु ।
(७०) ‘मृगनयनी‘ एक उद्देश्य प्रधान उपन्यास है । - स्पष्ट किजिए ।
(७१) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास के केन्द्रीय उद्देश्य की चर्चा कीजिए ।