Saturday, 27 April 2024

एक और दोणाचार्य नाटक की प्रश्न सूचि

(अ) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक के आलोचनात्मक प्रश्न

 

१) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक आज के बुद्धिजिवियों पर व्यंग्य करता है-चर्चा कीजिए |


२) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक आधुनिक सामाजिक यथार्थवादी नाटक है-चर्चा कीजिए।


३) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक शिक्षण में व्याप्त भष्ट्राचार का नाटक है-चर्चा कीजिए।


४) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक का ऐतिहासिक संदर्भ प्रस्तुत करते हुए कथानक के परिप्रेक्ष में उसकी प्रतीकात्मकता स्पष्ट कीजिए।


५) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक के आधार पर कृपि का चरित्र चित्रण कीजिए। 


६ नाटक के तत्वों के आधार पर ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक की समीक्षा कीजिए।


७) कल का द्रोणाचार्य आज का अरविंद है-चर्चा कीजिए।


८) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक में वर्णित समस्याओं का चित्रण कीजिए।


९) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक के कथानक की विशेषताएँ निरूपित कीजिए। 


१०) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक आधार पर अरविंद का चरित्र चित्रण कीजिए।


(ब) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक के लघुत्तरी प्रश्न


१. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक का शीर्षक


२. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक की समस्याएँ


३. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक का नामकरण


४. 'एक और दोणाचार्य' नाटक का उद्देश्य 


५. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक का अरविंद


६. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक की कृपि


७. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक की प्रतीकात्मकता


८. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक का संदेश


९. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक की भाषा-शैली


१०. 'एक और द्रोणाचार्य' नाटक की रंगमंचीयता


११. शंकर शेष की नाट्य साधना

एक और दोणाचार्य नाटक के अतिलघुत्तरी प्रश्नोत्तर

१) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक के नाटककार कौन है?

    शंकर शेष 


२) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक के प्रमुख पात्र बताइए?

    अरविंद, लीला, यदु, विमलेंद्, चन्दु, अनुराधा, प्रिन्सीपल, राजकुमार, द्रोणाचार्य, कृपि, अश्वत्थामा आदि है।


३) कालेज में नकल करते हुए प्रेसिडेंट के लडके को किसने पकडा था?

    कॉलेज में नकल करते हुए प्रेसिडेंट के लडके को प्रो.अरविंद ने पकड़ा था।


४) अरविंद के मित्र का क्या नाम है?

    अरविंद के मित्र का नाम चन्दु है। 


५) राजकु‌मार के खिलाज की गई रिपोर्ट वापस लेनेके लिए अरविंद को समजाने कौन कौन आता है?

   अरविंद को समझाने चन्दु, प्रिन्सीपल, प्रसिडेंट, विमलेंदु आदि आते है।


६) अरविंद की पत्नी का क्या नाम है? 

    अरविंद की पत्नी का नाम लीला है। 


७) विमलेदु कौन है?

    विमलेंदु प्रेत है और वह अरविंद का मित्र है। 


८) विमलेंदु ने कौन-सा नाटक खेला था?

   विमलेंदु ने एक और द्रोणाचार्य नाटक खेला था। 


९) प्रिसिपल अरविंद के बारे में लीला को क्या समजाते है? 

    प्रिंसिपल अरविंद के बारे में लीला को समझाते है कि नौकरी करनी है तो कान बंध करलो, आँखे मुंदलो, और मुँह खुला रखो बोलने के लिए नहीं सिर्फ खाने के लिए।


१०) राजकु‌मार कौन है?

      राजकुमार प्रेसिडेंट का बेटा है।


११) राजकुमार के खिलाफ की गइ रिपोर्ट वापस लेने के लिए अरविंद को प्रेसिडेंट क्या धमकी देता है?

      प्रेसिडेंट कहता है कि अगर आपने रिपोर्ट वापस नहीं ली नो मैं आप पर लगादूँगा कि आप मेरे खिलाफ लडको को भडका रहे है, बदमास लडको की नेतागिरी कर रहे है और शहर की शांति पर खतरा पहुंचा रहे हैं।


१२) विमलेंदु की मौत कैसे हुई थी? 

विमलेंदु को राजकुमार और उसके साथियों ने मिलकर उसे बीच चौराहे पर मार डाला था।


१३) द्रोणाचार्य की पत्नी का क्या नाम था? 

     द्रोणाचार्य की पत्नी का नाम कृपि था।


१४) अश्वत्थामा के माता-पिता कौन थे? 

      अश्वत्थामा के माता कृपि तथा पिता द्रोणाचार्य थे।


१५) कृपि अश्वत्थामा को गोरस की जगह क्या पिलाती है? 

      कृपि अश्वत्थामा को गोरस की जगह आटे का घोल पिलाती है।


१६) द्रोणाचार्य एकलव्य से गुरु-दक्षिणा में क्या मांगते है? 

      द्रोणाचार्य एकलव्य से गुर-दक्षिणा में उसके हाथ का अंगूठा मांगते है।


१७) अनुराधा पर किसने बलात्कार किया था?

       अनुराधा पर राजकुमार ने बलात्कार किया था।


१८) अनुराधा के प्रेमि का नाम क्या था? 

      अनुराधा के प्रेमि का नाम चन्दु था।


१९) अनुराधा ने आत्महत्या क्यों की? 

       क्योंकि अनुराधा राजकुमार के खिलाफ रिपोर्ट करना चाहती थी।


२०) प्रेसिडेंट की हत्या के जुर्म में किसे जेल भेजा गया? 

      प्रेसिडेंट की हत्या के जुर्म में अरविंद को जेल भेजा गया।


२१) चंदु ने अदालत में क्या गवाही दी ? 

      जब चंदु से पूछा गया, क्या प्रेसिडेंट को अरविंद ने पहाड़ी की ओर से धक्का दीया था या नहीं? तब वह कहता है, हो सकता है !


२२) द्रोणाचार्य ने युधिष्टिर से क्या पुछा था? 

     द्रोणाचार्य ने युधिष्ठिर से पुछा कि गुर-दक्षिणा के रूप में मुझे बताओं कि कौन मारा गया ? अश्वत्थामा मान का हाथी या मेरा पुत्र ?


२३) दाणाचार्य के प्रश्न का युधिष्ठिर ने क्या उत्तर दीया ? 

      युधिष्ठिर ने कहा अश्वत्थामा अवश्य मारा गया | वह नर था या...हाथी !


२४) अरविंद का पात्र किस पौराणिक पात्र से मिलता है ? 

      अरविंद का पात्र पौराणिक पात्र दोणाचार्य से मिलता है।


२५) ‘एक और दोणाचार्य’ नाटक का उद्देश्य क्या है?

      आधुनिक युग के शिक्षित वर्ग की पीड़ा को नाटक के माध्यम से व्यक्त करना।


२६) अरविंद किस पौराणिक पात्र का प्रतीक है?

       अरविंद द्रोणाचार्य नामक पौराणिक पात्र का प्रतीक है।


२७) लीला किसका प्रतीक है?

       लीला द्रोणाचार्य की पत्नी कृपि का प्रतीक है। 


२८) चन्दु किसका प्रतीक है?

      चन्दु युधिष्ठिर का प्रतीक है। 


२९) अनुराधा किसका प्रतीक है?

       अनुराधा द्रौपदी का प्रतीक है।


३०) राजकुमार किसका प्रतीक है

      राजकुमार दुर्योधन का प्रतीक है।

Friday, 26 April 2024

बकरी नाटक से अतिलघुत्तरी प्रश्नोत्तर

 १) 'बकरी' नाटक के लेखक का नाम क्या है?

'बकरी' नाटक के लेखक का नाम सर्वेश्वरदयाल सक्सेना है।


२) 'बकरी' नाटक में कितने अंक है।

'बकरी' नाटक में २ अंक है।

३) सर्वेश्वरदयाल सक्सेना के दो नाटक के नाम बताइए।

१) बकरी २) अब गरीबी हटाओं ३) लड़ाई ४) हवालात ५) हिसाब-किताब


४) सर्वेश्वरदयाल सक्सेना को किस रचना के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

सर्वेश्वरदयाल सक्सेनाजी को 'खूँटी पर टंगे लोग' कविता संग्रह के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।


५) सक्सेनाजी का जन्म कब और कहाँ हुआ?

उत्तरप्रदेश के बस्ती जिले के पिकौरा गाँव में सन् १९२७ में हुआ।


६) सक्सेनाजी ने किन-किन पत्रिकाओं का संपादन किया?

सक्सेनाजी ने 'दिनमान' तथा 'पराग' पत्रिका का संपादन किया है।


७) 'बकरी' नाटक में पाँच देव के समान किसको बताया गया है?

'बकरी'नाटक में पाँच देव के समान पाँच दल बताया गया है।


८) 'बकरी' नाटक के माध्यम से लेखक क्यों कह रहा है कि आज देश-परदेश के समान हो गया है?

आज सभी जगह ढोंग की रेस लगी है जिससे देश-परदेश हो गया है।


९) नट संकट मोचन से स्वयं को क्या बना देने के लिए कहता है? 

'नट' संकट मोचन से स्वयं को ‘घोंचू’ बना देने के लिए कहता है |


१०) नाटक में किस जानवर के मशक की बात कही गई है?

नाटक में बकरी के खाल के मशक की बात कही गई है।


११) सड़क कौन सींच रहा है?

सड़क भिश्ती सीच रहा है।


१२) दुर्जनसिंह स्वयं को क्या बताता है?

दुर्जनसिंह स्वयं को शरीफ आदमी बताता है।


१३) नाटक के तीन प्रमुख पात्रों के नाम बताइए।

दुर्जनसिंह, सत्यवीर, कर्मवीर, विपती, युवक तथा सिपाही।


१४) दुर्जनसिंह सिपाही से क्या लाने के लिए कहता है?

दुर्जनसिंह सिपाही से बकरी लाने के लिए कहता है।


१५) सिपाही किसकी बकरी लेकर आता है?

सिपाही गाँव के हरिजन की बकरी को लेकर आता है।


१६) दुर्जनसिंह हरिजन की बकरी को किसकी बकरी बताता है?

दुर्जनसिंह हरिजन की बकरी को गाँधीजी की बकरी बताता है।


१७) दुर्जनसिंह की दृष्टि में बकरी क्या देती है?

दुर्जनसिंह की दृष्टि में बकरी कुर्सी, धन, प्रतिष्ठा देती है।


१८) 'बकरी' क्या खाती है?

'बकरी' बुद्धि, बहादुरी और विवेक खाती है।


१९) दुर्जनसिंह बकरी को गाँधीजी की ही बकरी क्यों बताता है?

क्योंकि, बकरी 'उह, अह कुछ भी नहीं करती है | इसलिए उसे गांधीजी की बकरी बताता है।


२०) दुर्जनसिंह सिपाही से किस बात का एलान करने के लिए कहता है?

दुर्जनसिंह सिपाही से कहता है कि एलान कर दो कि हमें गाँधीजी की बकरी मिल गई

है। लोग दर्शन करने आएँ, पर खाली हाथ नहीं।


२१) मंडप के साइनबोर्ड पर क्या लिखा होता है?

मंडप के साइनबोर्ड पर 'लोक सेवा सदन' लिखा होता है |


२२) सिपाही औरत को क्या धमकी देता है?

सिपाही औरत को कहता है कि बकरी को बिना खाना-पीना दिए कमजोर कर मार डालने की साज़िश पर भारत सुरक्षा कानून के अंदर तू हवालात की हवा खाएगी।


२३) सिपाही के पूछने पर औरत बकरी की क्या कीमत बताती है?

औरत बकरी की कीमत २० रुपये बताती है।


२४) सिपाही की दष्टि में बकरी की क्या कीमत है?

सिपाही की दृष्टि में बकरी की कीमत ५५ करोड़ है।


२५) लोकतंत्र में प्रजा को क्या कहा गया है?

लोकतंत्र में प्रजा को 'जनता जनार्दन' कहा गया है।


२६) नाटक में नेता के रूप में आए तीन पात्रों के नाम बताइए।

दुर्जनसिंह, कर्मवीर और सत्यवीर है।


२७) औरत पर कितने रुपये का जुर्माना लगाया जाता है?

औरत पर ५०० रुपये का जुर्माना लगाया जाता है।


२८) औरत का क्या नाम है?

औरत का नाम विपती है।


२९) आजादी के बाद सब जगह क्या खुल गए है?

आजादी के बाद सब जगह आश्रम ही आश्रम खुल गए है।


३०) दुर्जनसिंह जिस वक्स पर बैठा है उस पर क्या लिखा हे?

बक्स पर 'बकरी स्मारक निधि' लिखा है।


३१) दुर्जनसिंह किसे चुनाव लड़वाकर मंत्री बनाना चाहता है।

दुर्जनसिंह कर्मवीर को मंत्री बनाना चाहता है।


३२) चुनाव चिह्म के रुप में क्या चुना जाता है?

चुनाव चिह्म के रूप में ‘बकरी का थन’ चुना जाता है।


३३) कर्मवीर बकरी के नाम पर कौन-कौन सी संस्थाएँ बनाने की बात कहता है?

कर्मवीर बकरी के नाम पर बकरी शांति प्रतिष्ठान, बकरी संस्थान, बकरी सेवा संघ तथा बकरी मंडल जैसी संस्थाएँ बनाने की बात करता है।


३४) सरकार क्या बांटती है?

सरकार मक्कारी, ढ़ोंग, छल, फरेव बाँटती है।


३५) आदमी की तुलना किससे की गई है?

आदमी की तुलना मिट्टी के लोदे से की गई है।


३६) तीनों लोग मिलकर बकरी से क्या-क्या मांगते है।

बकरी से महल बनाने, देश-विदेश घुमाने, बड़े पद पाने, बैंक में खाता खुलाने जैसी चीजे माँगते है।


३७) नेता दावत में किसे काटकर खाते है?

नेता दावत में 'बकरी' को काटकर खाते है।


३८) बकरी को काटकर खाने पर भी दुर्जनसिंह दावत को शाकाहारी कैसे बताता है?

बकरी गाँधीजी की है इसलिए वह नेक, अंहिसावादी और निरामिष है इसी कारण दावत को शाकाहारी बताते है।


३९) विपती बकरी को कहाँ ले जाते हुए देखती है?

विपती बकरी को कसाईखाने ले जाते हुए देखती है।

बकरी नाटक से प्रश्न सूचि

(अ) बकरी नाटक से आलोचनात्मक प्रश्न सूचि

१) 'बकरी' नाटक की संक्षिप्त कथावस्तु लिखते हुए उसकी विशेषताएँ बताइए।

२) 'बकरी' नाटक के कथावस्तु की चर्चा करते हुए उसकी प्रासंगिकता स्पष्ट कीजिए।

३) 'बकरी' नाटक का व्यंग्य स्पष्ट कीजिए।

४) 'बकरी' नाटक की संक्षिप्त कथावस्तु लिखते हुए स्पष्ट कीजिए कि वर्तमान परिस्थिति में भी यह नाटक उद्देश्यपूर्ण है।

५) नाटक के तत्वों के आधार पर ‘बकरी' नाटक की समीक्षा कीजिए।

६) सर्वेश्वरदयाल सक्सेना का साहित्यिक परिचय दीजिए।

७) 'बकरी' नाटक के आधार पर दुर्जनसिंह की चारित्रिक विशेषताएँ बताइए।

८) 'बकरी' नाटक के आधार पर युवक के चरित्र पर प्रकाश डालिए।


(B) बकरी नाटक से टिप्पणी

१) सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की साहित्य साधना

२) 'बकरी' नाटक का शीर्षक

३) 'बकरी' नाटक का व्यंग्य

४) 'बकरी' नाटक का उद्देश्य

५) 'बकरी' नाटक की प्रासंगिकता 

६) 'बकरी' नाटक की विपती

७) 'बकरी' नाटक का सत्यवीर

८) 'बकरी' नाटक की गीत योजना

९) बकरी नाटक में व्यक्त समसामायिकता

बकरी नाटक से चयनित गद्यांश

१) "कुछ मिलना कुछ खोना भी होता है। हम जितना खोने को तैयार रहते हैं | उससे पता चलता है कि हम कितना पाना चाहते हैं।“ (पृष्ठ, २२)


२) “इस बकरी ने हमेशा दिया है। आपको आजादी दी, एकता दी, प्रेम दिया। आज भी बहुत कुछ देने को मुंतजिर है। पर आप लेना भूल गए है | क्योंकि, आप देना भूल गए हैं।" (पृष्ठ, २२)


३) “जिसकी आत्मा कमजोर हो, जिसे लालच ने, स्वार्थ ने घेर रखा हो, वह इस बकरी से क्या पाएगा? भगवान के पास खाली हाथ न जाने का मतलब यही है। जो फूल लेकर जाता है वह स्वर्ग लेकर लौटता है। इसीलिए श्रद्धा देना जानती है।"(पृष्ठ, २२)


४) "जो इतिहास को झुठलाता है वह समाजद्रोही है, देश द्रोही है। समय उसे कभी माफ नहीं करेगा। यह युग झूठे दातों का युग नही है। अधिकारों का दावा करने के पहले देखना होगा कि आपके कर्तव्यों की बुनियाद क्या है।" (पृष्ठ, २३)


५) "पढ़-लिख, अपने पैरों पर खड़ा होना सीख। किसी का मुँह न देख। अपने बच्चों को भी इस लायक बना कि वे अपने हाथ से कमा सकें। कम से कम में घर चला। फालतू खर्च मत कर। दूसरों की सेवा कर, सच बोल, त्याग कर।" (पृष्ठ,२३)


६) "गरीबी केवल मान की होती है, गरीबी केवल विचारों की होती है, दृष्टि की होती है।" (पृष्ठ, २४)


७) "आज बकरी गांधीजी की हुई, कल को गाय कृष्णजी की हो जाएगी, बैल बलरामजी के हो जायेंगे। ये सब ठग है ठग।" (पृष्ठ, ३)


८) "झूठ बोलने वाले से झूठ सहने वाला ज्यादा बड़ा पापी होता है।" (पृष्ठ, ३१)


९) "एक ही खेत में न सब धान एक-सा होत, न एक बाली में सब दाना एक-सा।" (पृष्ठ, ३३)


१०) "वोट, चुनाव सब मजाक हो गया है। सब झूठ पर चल रहा है। गरीबों की बकरी पकड़ कर उनसे पहले पैसा दुहा। अब वोट दुह रहे हैं, फिर पद और कुर्सी दुहेंगे।" (पृष्ठ, ४३)


११) "आप बकरी की पूजा इसलिए कराते हैं। ताकि सब बकरी बन जाएँ। मैं बकरी नहीं हूँ। किसी की बकरी नहीं बनूंगा।" (पृष्ठ, ४४)


१२) "यह धरती एक चारागाह है जिसकी घास जितना ही रौंदों उतना ही पनपती है। हमें यकीन है कि हम आप सब मिलकर इस हरियाली को खत्म नहीं होने देंगे।" (पृष्ठ, ५४)


१३) "बाढ में सारा गाँव बह जाने दिया पर आसरम को नहीं डूबने दिया। गाँव की जमीन खोद-खोदकर आसरम की जमीन ऊँची करते रहे। सूखा पड़ा, खुद भूखे रहे, घर का अनाज आसरम को दे आए। आसरम में दावतें उड़ती रहीं, खुद भूखें मरते रहे। फिर उन्हीं लुटेरों को कंधो पर बिठाकर देश की बागडोर थमा आए।" (पृष्ठ, ५१)


Sunday, 14 April 2024

मृगनयनी उपन्यास की प्रश्नावली

(१) वृदावनलाल वर्मा का विस्तृत परिचय दीजिए ।

(२) वृदावनलाल वर्मा का जीवन और कवन आलेखित करें ।

(३) वृदावनलाल वर्मा का जीवन एवम् कवन चित्रित कीजिए ।

(४) वृन्दावनलाल वर्मा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालिए ।

(५) वृदावनलाल वर्मा का साहित्यिक परिचय दीजिए ।

(६) वृदावनलाल वर्मा का एक साहित्यकार के रूप में परिचय करवाईए ।

(७) वृदावनलाल वर्मा का व्यक्तित्व और सृजन पर सविस्तार प्रकाश डालिए ।

(८) ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक ।

(९) वृन्दावनलाल रचित ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक ।

(१०) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथावस्तु अपने शब्दों में लिखिए ।

(११) वृन्दावनलाल वर्मा का उपन्यास ‘मृगनयनी’ के कथ्य को विस्तार से समझाई ।

(१२) ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक स्पष्ट कीजिए ।

(१३) वृन्दावनलाल वर्मा का संक्षिप्त परिचय देकर ‘मृगनयनी’ का कथावस्तु ।

(१४) ‘मृगनयनी’ उपन्यास का कथानक स्पष्ट करते हुए उद्देश्य पर चर्चा करें ।

(१५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथानक और शीर्षक सिद्ध कीजिए ।

(१६) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथ्यगत विशेषताएं चित्रित कीजिए ।

(१७) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की कथ्य तत्व की विशेषता अपने शब्दों में लिखिए ।

(१८) वृन्दावनलाल वर्मा रचित ‘मृगनयनी’ उपन्यास की समीक्षा कीजिए ।

(१९) वृन्दावनलाल वर्मा लिखित ‘मृगनयनी’ उपन्यास का मूल्यांकन करें ।

(२०) वृन्दावनलाल वर्मा रचित ‘मृगनयनी’ उपन्यास की तात्विक विवेचना कीजिए ।

(२१) उपन्यास के तत्वों के आधार पर ‘मृगनयनी’ उपन्यास की समीक्षा ।

(२२) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की तत्वों के आधार पर विवेचन कीजिए ।

(२३) ‘मृगनयनी’ उपन्यास सही अर्थों में उपन्यासिक तत्वों की कसौटी पर खरा उतरता है । - सिद्ध कीजिए ।

(२४) उपन्यास कला की दृष्टि से ‘मृगनयनी’ का मूल्यांकन कीजिए ।

(२५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की समालोचना कीजिए ।

(२६) कला के छ: तत्वों के आधार पर ‘मृगनयनी‘ की चर्चा करें ।

(२७) “उपन्यास कला की दृष्टि से ‘मृगनयनी’ एक सफल उपन्यास है ।” - सिद्ध कीजिए । 

(२८) वृन्दावनलाल वर्मा लिखित ‘मृगनयनी’ ऐतिहासिकता को स्पष्ट कीजिए ।

(२९) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में व्यक्त कल्पना और इतिहास ।

(३०) “‘मृगनयनी’ उपन्यास में इतिहास एवं कल्पना का समन्वय है ।” - अपने विचार व्यक्त कीजिए ।

(३१) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में इतिहास का सजीव चित्रण किया है । - सिद्ध कीजिए ।

(३२) “‘मृगनयनी’ एक ऐतिहासिक उपन्यास है ।” -चर्चा कीजिए ।

(३३) ऐतिहासिक उपन्यासकार के रूप में वृन्दावनलाल वर्मा को ‘मृगनयनी‘ में पूर्ण सफलता मिली है । इस कथन की चर्चा कीजिए ।

(३४) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में मानसिंह तोमर का युग वर्णित किया है । - स्पष्ट किजिए ।

(३५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास तत्कालीन समय का जीवंत दस्तावेज है । इसकी चर्चा कीजिए ।

(३६) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में तत्कालीन भारत की समस्याएं प्रतिबिंबित होती है । - आलेखित कीजिए ।

(३७) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास की केंद्रीय समस्याओं पर प्रकाश डालिए ।

(३८) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में चित्रित समस्याएं ।

(३९) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में वर्णित समस्याओं पर प्रकाश डालिए ।

(४०) ‘मृगनयनी’ उपन्यास  की प्रमुख समस्या पर। चर्चा कीजिए ।

(४१) ‘मृगनयनी’ उपन्यास में अंकित विभिन्न समस्याओं का चित्रण करें ।

(४२) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के प्रमुख पात्रों का परिचय ।

(४३) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के प्रमुख और गौण पत्रों का चित्रण ।

(४४) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के पत्रों की चारित्रिक विशेषताएं स्पष्ट कीजिए ।

(४५) ‘मृगनयनी’ उपन्यास की नायिका का चरित्र चित्रण कीजिए ।

(४६) ‘मृगनयनी’ का पत्रालेखन कीजिए ।

(४७) ‘मृगनयनी’ उपन्यास के आधार पर निन्नि की चारित्रिक विशेषताएं ।

(४८) नायिका मृगनयनी का परिचय करवाईए ।

(४९) ‘मृगनयनी’ उपन्यास नायक मानसिंह तोमर का पत्रांकन ।

(५०) मानसिंह तोमर के चरित्र की विशेषताएं ।

(५१) मानसिंह तोमर समन्वय का प्रतीक है । स्पष्ट करें ।

(५२) मानसिंह तोमर की विशेषताएं ।

(५३) मृगनयनी उपन्यास का शीर्षक स्पष्ट किजिए ।

(५४) मृगनयनी उपन्यास का नामकरण ।

(५५) मृगनयनी उपन्यास का नामकरण नायिका के नामकरण के आधार पर है । सिद्ध कीजिए ।

(५६) मृगनयनी उपन्यास के शीर्षक की सार्थकता सिद्ध कीजिए ।

(५७) मृगनयनी उपन्यास का शीर्षक ।

(५८) मृगनयनी उपन्यास काला और कर्त्तव्य का समन्वय है । - प्रकाश डालिए ।

(५९) काला और कर्त्तव्य के समन्वय का जीवंत दस्तावेज मृगनयनी है । - सिद्ध कीजिए ।

(६०) वृन्दावनलाल वर्मा ने मृगनयनी में काला और कर्त्तव्य का समन्वय स्थापित किया है । - स्पष्ट किजिए ।

(६१) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त मनोवैज्ञानिक चित्रण कीजिए ।

(६२) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त मनोवैज्ञानिक ।

(६३) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में अंकित मनोवैज्ञानिकता ।

(६४) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त मनोविश्लेषण की चर्चा करें ।

(६५) अटल का चरित्र चित्रण ।

(६६) लाखी के चरित्र की विशेषताएं ।

(६७) मृगनयनी उपन्यास का प्रमुख उद्देश्य ।

(६८) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास में व्यक्त लेखकीय प्रयोजन ।

(६९) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास के हेतु ।

(७०) ‘मृगनयनी‘ एक उद्देश्य प्रधान उपन्यास है । - स्पष्ट किजिए ।

(७१) ‘मृगनयनी‘ उपन्यास के केन्द्रीय उद्देश्य की चर्चा कीजिए ।